Wednesday, 4 September 2013

अपनी वेबसाइट कैसे बनाएं (How to create a Website)

इंटरनेट पर वेबसाइट का ठिकाना यानी वेब सर्वर

                                         वेबसाइट के लिए डोमेन नेम लेने के बाद आपका अगला कदम होता है एक अदद वेब सर्वर की तलाश जहां आप कुछ स्पेस ले सकें। स्पेस का मतलब है, इंटरनेट से जुड़े सर्वर कंप्यूटर की हार्ड डिस्क में कुछ मेगाबाइट या गीगाबाइट की जगह, जिस पर आप अपनी वेबसाइट की फाइल्स रखेंगे। आपकी वेबसाइट दूसरों को तभी दिख सकती है जब वह किसी तरह इंटरनेट पर पहुंचे और इसीलिए वेब सर्वर पर साइट के लिए होस्टिंग स्पेस लेना जरूरी है। हालांकि इसके दूसरे विकल्प भी हैं, लेकिन वे एडवांस्ड लेवल के प्रफेशनल्स के लिए हैं।

                                      अगर आप गूगल पर वेब होस्टिंग सर्च करेंगे तो लाखों नतीजे सामने आएंगे। यह दिखाता है कि इंटरनेट की दुनिया में कितनी कंपनियां और फर्म्स आपकी वेबसाइट को जगह देने के लिए आतुर हैं। होस्टिंग स्पेस पाने के लिए आपको पैसा खर्च करना होता है। भारत में वेब होस्टिंग के सालाना प्लान ज्यादा लोकप्रिय हैं। बहरहाल, प्लान से ज्यादा जरूरी है भरोसेमंद कंपनी और अच्छे वेब सर्वर का चुनाव क्योंकि वह आपकी वेबसाइट की कामयाबी या नाकामी में अहम भूमिका निभा सकता है।

वेब होस्टिंग कंपनियां

भारत में लोकप्रिय कुछ प्रमुख देशी-विदेशी वेब होस्टिंग कंपनियां इस तरह हैं :
1. bigrock.in
2. godaddy.com
3. network solutions.com
4. network solutions.comnety.in
5. hostgator.com
6. siliconhouse.net
7. economicalhost.com
8. manashosting.com
9. speedhost.com
10. hostingraja.in

                                      इन पर 1000 रुपये महीने से लेकर 15-20 हजार रुपये महीना तक की दरों पर वेब होस्टिंग स्पेस उपलब्ध है। स्पेस के लिए कितना धन लिया जाएगा, वह इन बातों पर निर्भर करता है:

  1. कितना सर्वर स्पेस लिया गया है (मेगाबाइट या गीगाबाइट में)
  2. आपके लिए रिजर्व बैंडविड्थ कितनी है
  3. सर्वर विंडोज आधारित है या लिनक्स आधारित
  4. सर्वर किस तरह का है - शेयर्ड या डेडिकेटेड
  5. वेब होस्टिंग कंपनी भारतीय है या विदेशी 
इनके अलावा लोकप्रिय कुछ प्रमुख देशी-विदेशी वेब होस्टिंग साइट्स जो  मुफ़्त  मे वेब स्पेस उपलब्ध कराती है इसके लिए  क्लिक करें -   http://mahaanindia.blogspot.com/2012/10/list-of-free-webhosting-sites-for.html


                                             बैंडविड्थ
 
                    हर बार आपका वेब पेज खोले जाने पर कुछ डेटा डाउनलोड होता है। अलग-अलग पाठकों द्वारा जितनी बार वेबसाइट खोली जाएगी, डाउनलोड होने वाले कुल डेटा की मात्रा उतनी ही बढ़ती जाएगी। बैंडविड्थ का मतलब सर्वर पर होने वाली डेटा की आवाजाही की सीमा से है यानी कुल कितना डेटा आपकी वेबसाइट से डाउनलोड हो सकता है और कितना उस पर अपलोड किया जा सकता है।



                                                                    शेयर्ड होस्टिंग

                              एक ही सर्वर पर जब सैकड़ों-हजारों वेबसाइटों को रख दिया जाए तो माना जाता है कि सर्वर स्पेस उन सबके बीच शेयर किया गया है। यह सस्ता होता है।

                                                                    डेडिकेटेड होस्टिंग

                      जब कोई सर्वर सिर्फ आपकी वेबसाइट के लिए ही इस्तेमाल किया जाए। ऐसे में सर्वर की सारी कम्प्यूटिंग पावर, स्पेस और रफ्तार सिर्फ आपके लिए सुरक्षित होती है, बहुत सारी वेबसाइट्स के बीच बंटती नहीं, लेकिन ऐसी होस्टिंग महंगी होती है।

सर्वर का चुनाव करते समय ध्यान रखें

  1. कीमत कॉम्पिटीटिव हो।
  2. होस्टिंग स्पेस ज्यादा हो।
  3. बैंडविड्थ ज्यादा हो। अनलिमिटेड हो तो बहुत अच्छा।
  4. डेटा के नियमित बैकअप की व्यवस्था हो।
  5. वायरसों और स्पाइवेयर से सुरक्षा का इंतजाम हो।
  6. जरूरत पड़ने पर तकनीकी मदद और कस्टमर सपोर्ट की व्यवस्था।
  7. फ्री कस्टमाइज्ड (आप@आपकीसाइट.कॉम) ई-मेल अकाउंट की सुविधा।
  8. साइट से ई-मेल, कस्टमर फीडबैक आदि रिसीव करने की सुविधा।
  9. वर्डप्रेस, जूमला, द्रूपल जैसे सीएमएस इस्तेमाल करने की सुविधा।
  10. होस्टिंग अगर शेयर्ड है तो उस पर होस्ट की गई वेबसाइटों की संख्या कम हो।


देशी बनाम विदेशी होस्टिंग

                                                देश में ही सर्वर स्पेस लिया जाना बेहतर होता है क्योंकि आमतौर पर ऐसी साइट्स विदेशी सर्वरों पर होस्ट की गई साइट्स से तेज खुलती हैं। दूसरे, तकनीकी मदद की जरूरत पड़ने पर देशी कंपनियों से फोन पर या खुद संपर्क करना मुमकिन है, जो विदेशी कंपनियों के साथ आम तौर पर मुमकिन नहीं हो पाता। अमेरिका और कई दूसरे पश्चिमी देशों में वीकेंड हॉलिडे काफी लंबे होते हैं। अगर वहां छुट्टी चल रही हैं, तो कोई समस्या आने पर आप अटक जाएंगे। हालांकि देशी कंपनियां विदेशियों की तुलना में सर्वर स्पेस के लिए ज्यादा कीमत वसूलती हैं।


वेबसाइट होस्ट कैसे होगी

                        आप गोडैडी, बिगरॉक या ऐसे ही किसी दूसरे सर्वर की वेबसाइट पर जाकर अपनी वेबसाइट के लिए स्पेस ले सकते हैं। सामान्य वेबसाइटों के लिए सौ मेगाबाइट स्पेस काफी होता है। इससे ज्यादा मिल रहा हो तो कोई हर्ज नहीं है। सालाना प्लान बेहतर है ताकि अचानक आपका प्लान खत्म न हो जाए और वेबसाइट डाउन न हो जाए। क्रेडिट कार्ड के जरिये जरूरी रकम का भुगतान करने के बाद आपको सर्वर पर वेब होस्टिंग स्पेस मिल जाता है। सर्वर की वेबसाइट पर ऐसे टूल मौजूद होते हैं जिनकी मदद से आप अपने होस्टिंग स्पेस का इस्तेमाल कर सकते हैं। हर वेबसाइट के स्पेस का ऐडमिनिस्ट्रेशन कंट्रोल पैनल के जरिये किया जाता है, जिसका यूजरनेम और पासवर्ड स्पेस खरीदते समय आपको भेजा जाता है।
डोमेन नेम सेट करना
                             अपनी वेबसाइट को सक्रिय करने से पहले आपको अपने डोमेन नेम के नेमसर्वर की सेटिंग करनी होती है, जिसका मकसद आपके होस्टिंग ठिकाने का पता-ठिकाना बताना है। यह सेटिंग इसलिए जरूरी है ताकि जब कोई श?स आपकी साइट पर जाने के लिए डोमेन नेम (www.yoursite.com) टाइप करे तो इंटरनेट एक्सप्लोरर या दूसरे ब्राउजर उसे आपके वेब सर्वर तक ले आएं। डोमेन नेम लेते समय भी आपको एक यूजरनेम और पासवर्ड मिलेगा, जिसका इस्तेमाल कर आप नेमसर्वर सेटिंग कर सकते हैं।

                           अब सवाल उठता है कि आपने जो वेबसाइट तैयार करवाई है, उसकी फाइलें वेब सर्वर तक भेजी कैसे जाएं? इसके लिए एफटीपी सॉफ्टवेयर्स का इस्तेमाल किया जाता है। यह सॉफ्टवेयर आपकी फाइलों को आपके कंप्यूटर से सर्वर तक ट्रांसफर करने के लिए काम आते हैं। इन्हें इस्तेमाल करना उतना ही आसान है जितना अपने कंप्यूटर में फाइलों को एक जगह से दूसरी जगह कॉपी-पेस्ट करना। हालांकि विंडोज में भी एफटीपी सुविधा मौजूद है, लेकिन इस काम के लिए अलग से आने वाले सॉफ्टवेयर ज्यादा लोकप्रिय हैं, जैसे:

  1. Cute FTP
  2. Leech FTP
  3. Free FTP
  4. File Zilla
  5. Core FTP

            इनमें से पहले को छोड़कर बाकी सभी सॉफ्टवेयर फ्री उपलब्ध हैं। कुछ होस्टिंग सर्वर खुद भी अपनी वेबसाइट पर फाइल ट्रांसफर सुविधा मुहैया कराते हैं। सो वेबसाइट तैयार कीजिए या करवाइए और अपनी फाइलें वेब सर्वर पर डाल दीजिए। हो जाएगी आपकी वेबसाइट लाइव।

                            वेबसाइट बनाने और चलाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कई जरियों में से एक है- कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (CMS)। यह वेब के जरिये इस्तेमाल होने वाला ऐसा सिस्टम है जिस पर काम करने के लिए आपको ज्यादा तकनीकी जानकारी की जरूरत नहीं होती। सीएमएस चार्जेबल भी होते हैं और मुफ्त भी। दोनों की अपनी-अपनी खूबियां और कमजोरियां हैं। अगर आप वेबसाइट खुद डिजाइन करना चाहते हैं तो दोनों तरह के सीएमएस इस्तेमाल कर सकते हैं। कई कंपनियां सीएमएस के जरिये कमर्शल आधार पर वेब डिजाइन करती हैं।


खास-खास सीएमएस

मुफ्त
वर्डप्रेस (wordpress.org)
जूमला (joomla.org)
दूपल (droopal.org)
सिल्वर स्ट्राइप (silverstripe.org)
अम्ब्रेको (umbraco.com)

पेड
एक्सप्रेशन इंजन (ellislab.com/expressionengine)- 99.95 डॉलर या 5500 रुपये
विवो (vivvo.net)- 245 डॉलर या करीब 13 हजार रुपये
बिट्रिक्स (bitrixsoft.com)- 249 डॉलर या करीब 13,500 रुपये


                                          इनमें वर्डप्रेस और जूमला सबसे लोकप्रिय हैं। इन दोनों में भी वर्डप्रेस, जिसने गैर-तकनीकी लोगों के लिए प्रफेशनल क्वॉलिटी की वेबसाइट तैयार करना मुमकिन बना दिया है। वर्डप्रेस पर दो तरह के सल्यूशन मिलते हैं :
- फ्री ब्लॉग बनाने के लिए wordpress.com
- फ्री वेबसाइट बनाने के लिए wordpress.org


कैसे बनाएं वेबसाइट

वेबसाइट बनाने के लिए आपको कोड डाउनलोड करना होता है जो उस सर्वर पर इंस्टॉल किया जाता है, जहां आपने अपनी वेबसाइट के लिए जगह ली है। कुछ होस्टिंग प्रोवाइडर ऐसे हैं, जो आपके लिए वर्डप्रेस इंस्टॉल करने का काम खुद कर देते हैं। इनमें खास हैं:
-बिगरॉक (bigrock.in)
-नेटवर्क सल्यूशंस (networksolutions.com)
-गोडैडी (godaddy.com)
-डब्लूपीवेब होस्ट (wpwebhost.com)
-ब्लूहोस्ट (bluehost.com)
-होस्टगेटोर (hostgator.com)
-ड्रीमहोस्ट (dreamhost.com)


वर्डप्रेस आधारित वेबसाइट तैयार होने से पहले तीन काम करने जरूरी हैं :
1. वेबसाइट के लिए डोमेन नेम लेना
2. उसे इंटरनेट पर होस्ट करने के लिए सर्वर स्पेस लेना
3. जरूरी नेमसर्वर सेटिंग्स करके यह व्यवस्था करना कि एड्रेस बार में यह डोमेन नेम लिखने पर ब्राउजर आपके सर्वर पर चला जाए


गो-डैडी सर्वर पर वर्डप्रेस वेबसाइट तैयार करना

गो-डैडी अच्छा और सस्ता सर्वर है, जहां वर्डप्रेस को इंस्टॉल और मैनेज करना आसान है। वर्डप्रेस इंस्टॉलेशन के तहत सर्वर पर पीएचपी (PHP) नाम की स्क्रिप्टिंग लैंग्वेज, माइएसक्यूएल (mysql) नाम का डेटाबेस और वर्डप्रेस कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम की फाइलें इंस्टॉल की जाती हैं। हम यहीं से शुरू करके अपनी वेबसाइट को होस्ट करने तक की प्रक्रिया आजमाकर देखेंगे। वेबसाइट का नाम होगा janvigyan.com। हम गोडैडी के सर्वर पर स्पेस ले चुके हैं और डोमेन नेम भी।


गो-डैडी सर्वर पर वर्डप्रेस इंस्टॉल करना

- सबसे पहले अपने होस्टिंग अकाउंट पर लॉग-इन करें। Account Manager में जाकर माई अकाउंट क्लिक करें। Webhosting लिंक पर क्लिक करें।
- जिस होस्टिंग अकाउंट में वर्डप्रेस एक्टिव करना है, उसके आगे बने Launch बटन को दबाएं। अब Popular Apps मेनू में जाकर wordpress क्लिक करें। इससे Godaddy Hosting Connection खुल जाएगा। अब Install Now! पर क्लिक करें
- आपको चार Steps दिखाई देंगे।
- पहले चरण (Choose Plan) के तहत उस डोमेन नेम को चुनें, जिसकी वेबसाइट के लिए वर्डप्रेस का इस्तेमाल करना चाहते हैं। हम यहां janvigyan.com को चुनेंगे।
- दूसरा चरण (Setup Hosting) हम पर लागू नहीं होता क्योंकि हम पहले ही सर्वर पर होस्टिंग स्पेस ले चुके हैं।
- तीसरे चरण (Setup App) के तहत हम दो छोटी-छोटी सूचनाएं देंगे - डेटाबेस का ब्यौरा और डेटाबेस पासवर्ड। हर वर्डप्रेस वेबसाइट एक डेटाबेस से जुड़ी होती है। डेटाबेस यानी आपकी सामग्री को सहेजने वाली टेबल। आपको इसके बारे में ज्यादा जानने की जरूरत नहीं है, बस इतना पता होना चाहिए कि आपकी साइट का एक mysql डेटाबेस भी है। अब आपसे इस डेटाबेस का ब्यौरा और पासवर्ड लिखने के लिए कहा जाएगा। डेटाबेस के ब्यौरे में अपनी वेबसाइट का नाम (janvigyan.com) लिख दें और दिए गए नियमों का पालन करते हुए एक पासवर्ड भी लिख दें। इसे कहीं नोट कर लें। अब Next बटन दबाएं।
- आपसे पूछा जाएगा कि आप किस फोल्डर में वर्डप्रेस इंस्टॉल करना चाहते हैं। यहां Install it into a folder को चुनते हुए साथ दिए गए टेक्स्ट बॉक्स में WP लिख दें। अब Next बटन दबाएं।
- admin name के सामने लिखे बॉक्स में अपना नाम लिखें। Admin Password के आगे पासवर्ड लिखना होगा। डेटाबेस के साथ दिए गए पासवर्ड की आपको जरूरत नहीं पड़ेगी, लेकिन यहां दिया जाने वाला पासवर्ड आपको बार-बार इस्तेमाल करना होगा। यहां दी गई E-mail पर आपकी वेबसाइट के जरिए भेजे जाने वाले संदेश और सिस्टम की तरफ से दी जाने वाली सूचनाएं आएंगी, इसलिए इसे सावधानी से लिखें।
- साइट का टाइटल लिखें। टाइटल मतलब आपके वेब पेज के खुलने पर ब्राउज़र विंडो पर सबसे ऊपर दिखने वाली इबारत। हम यहां Welcome to Janvigyan.com लिखते हैं।
- अब Finish बटन दबाएं।
- कुछ घंटे (ज्यादा से ज्यादा 24 घंटे) के इंतजार के बाद गो-डैडी के सर्वर पर आपके लिए वर्डप्रेस इंस्टॉल हो जाएगा। इंस्टॉलेशन पूरा हो जाने पर आपको ईमेल भेजा जाएगा। इसका पता तब भी लगेगा, जब आप दोबारा अपने होस्टिंग अकाउंट में लॉग-इन करेंगे। जब आप संबंधित वेबसाइट के कंट्रोल पैनल पर जाएंगे (यहां janvigyan.com) तो वहीं ऊपर एक स्क्रीन शॉट दिखाई देगा, जो वास्तव में आपकी वेबसाइट का पहला पेज है। चौंक गए ना आप? पहला पेज तैयार भी हो गया? जी हां, ब्राउजर में अपनी साइट का डोमेन नेम टाइप करके देखिए, बेसिक वेब पेज दिखाई देगा। ऊपर मौजूद Sample Page लिंक को दबाकर देखें। एक नया पेज खुल जाएगा जिसमें कुछ सीधा-सादा मैटर और एक कॉमेंट भी दिखाई देगा। होमपेज, अंदरूनी पेज और कॉमेंट की व्यवस्था काम कर रही है। मतलब यह हुआ कि सारी सेटिंग्स और इंस्टॉलेशन सही-सलामत पूरे हो चुके हैं और अब आप अपनी वेबसाइट को बढ़ाना और आकर्षक रूप देना शुरू कर सकते हैं।


ऐसे करें डिजाइन

1. Options and Settings में Popular Apps में जाएं और Word Press पर क्लिक करें। एक नया पेज खुल जाएगा।
2. नए पेज में दाईं ओर My Management सेक्शन दिखेगा। यहीं Manage My Applications लिंक पर क्लिक करें।
3. वेबसाइट के नाम के साथ दिखने वाले View and Manage details लिंक पर क्लिक करें।
4. अब एक अलग विंडो खोलकर वर्डप्रेस की वेबसाइट पर जाएं, जहां हम आपकी वेबसाइट के लिए एक नई थीम (फ्री) डाउनलोड करेंगे। लिंक है http://wordpress.org/extend/themes। इस पेज पर कई वर्डप्रेस थीम्स के लिंक दिए हैं, जिनमें से अपनी पसंदीदा थीम के लिंक पर क्लिक करके उसे डाउनलोड कर सकते हैं। इस थीम को बाद में आप अपनी वेबसाइट के बेस डिजाइन के रूप में इस्तेमाल करेंगे।
5. हम वहीं मौजूद बिजनेस लाइट (http://wordpress.org/extend/themes/businesslite) थीम का लिंक क्लिक करते हैं। अब खुलने वाले पेज पर राइट में लाल रंग का बटन दबाकर इस थीम को अपने कंप्यूटर में डाउनलोड (सेव) कर लेते हैं। Zip फाइल को Unzip कर लेते हैं।
6. अब फिर से Godaddy पर मौजूद कंट्रोल पैनल पर जाएं और FTP File Manager पर क्लिक करें। इससे FTP यूटिलिटी खुल जाएगी, जिसका इस्तेमाल आपके कंप्यूटर से फाइलों को सर्वर पर अपलोड करने के लिए किया जाता है। इसमें राइट साइड में दिखने वाले Wp-content फोल्डर पर क्लिक करें। इसे क्लिक करने पर पेज बदलेगा और अब दो फोल्डर Plugins और Themes दिखाई देंगे। इनमें से Themes को क्लिक करें। यह वह फोल्डर है जहां आप अपनी पसंदीदा थीम्स से जुड़ी फाइलें रखते हैं।
7. अब Upload Folder पर क्लिक करें। पॉप-अप विंडो आपको अपने कंप्यूटर से पसंदीदा वर्ड प्रेस थीम की फाइल्स सर्वर पर अपलोड करने में मदद करेगी। अगर आपसे JAVA runtime इंस्टॉल करने की इजाजत मांगी जाए तो दे दें और जावा को इंस्टॉल होने दें। इसके बाद Unzip किए गए उस फोल्डर को इस सुविधा के जरिए सर्वर पर अपलोड कर दें, जो आपने वर्डप्रेस की वेबसाइट से फ्री डाउनलोड किया था। अपलोड पूरा होने पर इस थीम का डिजाइन और सुविधाएं आपको अपनी वेबसाइट पर इस्तेमाल करने के लिए उपलब्ध हो जाएंगी।
8. अब ब्राउजर में अपनी वेबसाइट का यूआरएल (एड्रेस) टाइप करें। नाम के आगे wp-admin लिखकर Go बटन दबाएं। हमारी वेबसाइट के मामले में यह होगा janvigyan.com/wp-admin जिसके बाद हमें वह यूजरनेम-पासवर्ड टाइप करना होगा जो हमने गोडैडी पर वर्डप्रेस के इंस्टॉलेशन के समय चुना था।
9. इससे वेबसाइट का dashboard खुल जाएगा (देखें चित्र 6)। अगर यूजरनेम-पासवर्ड भूल गए हों तो गोडैडी पर अपने अकाउंट में जाकर फिर से वर्डप्रेस सेक्शन में जाएं और वेबसाइट के नाम पर क्लिक करके ब्यौरा फिर से देख लें।
10. अपने डैशबोर्ड पर जाकर पहले हमें नई थीम का इस्तेमाल करते हुए वेबसाइट का डिजाइन बदलना है। यहां Customize your setting बटन के नीचे Change your theme completely लिंक पर क्लिक करें।
11. अब खुलने वाले पेज में उन Themes (डिजाइनों) का ब्यौरा दिखेगा जो आपके इस्तेमाल के लिए मौजूद हैं (देखें चित्र 7)। आपको याद होगा कि हमने Business lite थीम वर्डप्रेस वेबसाइट से डाउनलोड कर गोडैडी सर्वर पर डाली थी। अपनी वेबसाइट का डिजाइन बदलने के लिए हम उसे चुनेंगे और इसके लिए थीम के चित्र पर क्लिक करेंगे।
12. अब खुलने वाले पेज में थीम का डिजाइन विस्तार से दिखाया जाएगा और ऊपर लेफ्ट की तरफ बने बटन Save and Activate को दबाकर हम अपनी वेबसाइट के लिए यह डिजाइन एक्टिवेट कर सकते हैं। ऐसा होने पर बटन पर लिखा होगा Saved।
13. अब आप ब्राउजर में अपनी वेबसाइट का यूआरएल फिर टाइप करके देखें। आप पाएंगे कि वेबसाइट का डिजाइन बदल चुका है।
14. अब आपको यहां अपनी वेबसाइट के लिहाज से जरूरी बदलाव करने हैं, जैसे लोगो, हेडर, लिंक, मैटर वगैरह। इसके लिए डैशबोर्ड पर ही खुले नए पेज पर मौजूद विकल्पों (Design, Header, Front Page, Blog, Templates, Footer) का इस्तेमाल करें। जैसे साइट का ऊपरी हिस्सा (हेडर) बदलने के लिए Header लिंक पर क्लिक करें और फिर Header Options पर जाकर Browse बटन का इस्तेमाल करते हुए ऊपर लगाने के लिए अपने कंप्यूटर से मनपसंद इमेज अपलोड कर दें। यह इमेज आपको पहले से तैयार करके रखनी है, जिसमें साइट का नाम भी हो और कोई मुफीद चित्र भी। अगर आप सिर्फ अपनी वेबसाइट का नाम ही चाहते हैं तो Custom Logo बटन को Off कर दें। इसी तरह Front Page सेक्शन में जाकर Slider पर क्लिक करें और Browse दबाकर विषय के मुताबिक तीन नए चित्र अपलोड करें। हर चित्र को क्लिक करने पर कोई वेब पेज खुलता है और इस वेब पेज का लिंक भी मौजूद टेक्स्ट बॉक्स (Slide Link) पर दिया जा सकता है।
15. दूसरे सेक्शंस में भी जरूरी सामग्री अपलोड करने के लिए इन्हीं विकल्पों का इस्तेमाल करें। जैसे स्लाइडर के नीचे आने वाले टेक्स्ट के लिए Call Out पर क्लिक करके खुलने वाले बॉक्स में मैटर टाइप करें या पेस्ट करें। इसी तरह नीचे के बॉक्स के लिए भी मैटर दें। हर बदलाव करने के बाद ऊपर Save Options बटन दबाएं।
16. आखिर में अपनी वेबसाइट पर जाकर देखें। उसका चेहरा-मोहरा बदल चुका है। आपकी साइट तैयार है। अब आप अपने Dashboard के विकल्पों को थोड़ा-बहुत आजमाकर देखें और वर्डप्रेस को Explore करें। कुछ ही बार कोशिश करके आप अपने लिए आकर्षक वेबसाइट तैयार कर लेंगे और वह भी वेब डिजाइनर और डेवलपर पर एक भी पैसा खर्च किए बिना।

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