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दोस्तों, एक नया पृष्ठ शुरू कर रहा हूँ | इसमें मैं शेयर मार्केट और कमोडिटी मार्केट के बारे में जानकारी दूँगा ! आप भी Comment सहयोग करें ।
2. फिर कुछ कम्पनियाँ है, जो ट्रेडिंग ( बिचोलीय जैसे - ) का काम करती है | वहाँ अकाउंट ( ट्रेडिंग अकाउंट) खुलवाना होता है | तो ये कम्पनिया ऑनलाइन अकाउंट दे देती है |
3. अगर आप शेयर मार्केट में जाना चाहते है तो डी-मेट अकाउंट चाहिए, जो आप किसी भी ट्रेडिंग कंपनी में खुलवा सकते है जैसे (strikercapital.co.in) लेकिन कमोडिटी मार्केट के लिए डी-मेट अकाउंट की कोई आवश्यकता नहीं होती , बैंक अकाउंट से ही काम चल जाता है |
4. आप निम्न साईट पर जाकर कोन्टक्ट कर सकते है | कहे ही ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना है (कमोडिटी का )
1. स्ट्रीकर कैपिटल
2. शरेखान (sharekhan.com)
3. फैरवेअल्थ (fairwealth.com)
या फिर आप गूगल पर जाकर सर्च कर सकते है -- trading account
कोन्टक्ट करने के बाद डॉक्यूमेंट पुरे करने के ३-४ दिन बाद आप काम कर सकते है |
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शेयर का सीधा सा अर्थ होता है हिस्सा। शेयर बाजार की भाषा में बात करें तो शेयर का अर्थ है कंपनियों में हिस्सा। उदाहरण के लिए एक कंपनी ने कुल 10 लाख शेयर जारी किए हैं। आप कंपनी के प्रस्ताव के अनुसार जितने अंश खरीद लेते हैं आपका उस कंपनी में उतने का मालिकाना हक हो गया जिसे आप किसी अन्य खरीददार को जब भी चाहें बेच सकते हैं। आप 100 से लेकर अधिकतम शेयर खरीद सकते हैं।
कंपनी जब शेयर जारी करती है उस वक्त किसी व्यक्ति या समूह को कितने शेयर देना हैं यह उसका विवेकाधीन अधिकार है। बाजार से शेयर बाजार खरीदने/बेचने के लिए कई शेयर ब्रोकर्स होते हैं जो उनके तय पारिश्रमिक (लगभग 2 फीसदी) लेकर अपने ग्राहकों को यह सेवा देते हैं।
इन कंपनियों के शेयरों का मूल्य मुंबई शेयर बाजार (बीएसई) में दर्ज होता है। सभी कंपनियों का मूल्य उनकी लाभदायक क्षमता के अनुसार कम-ज्यादा होता है। इस पूरे बाजार में नियंत्रण भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) का होता है। इसकी अनुमति के बाद ही कोई कंपनी अपना प्रारंभिक निर्गम इश्यू (आईपीओ) जारी कर सकती है।
प्रत्येक छमाही या वार्षिक आधार पर कंपनियां लाभ होने पर अंशधारकों को लाभांश भी देती हैं। और कंपनी की गतिविधियों की जानकारी से भी रूबरू कराती है।
शेयर बाजार में लिस्टेड होने के लिए कंपनी को बाजार से लिखित समझौता करना पडता है, जिसके तहत कंपनी अपनी हर हरकत की जानकारी बाजार को समय-समय पर देती रहती है, खासकर ऐसी जानकारियां, जिससे निवेशकों के हित प्रभावित होते हों। इन्हीं जानकारियों के आधार पर कंपनी का मूल्यांकन होता है और इस मूल्यांकन के आधार पर मांग घटने-बढ़ने से उसके शेयरों की कीमतों में उतार-चढाव आता है। अगर कोई कंपनी लिस्टिंग समझौते के नियमों का पालन नहीं करती, तो उसे डीलिस्ट करने की कार्रवाई सेबी करता है।
आईपीओ या लिस्टेड शेयर में निवेश करने से पहले निवेशकों को रिसर्च करके खुद की समझ से कंपनी के परफॉर्मेंस, मैनेजमैंट को देखकर निवेश करना चाहिए।
पूँजी के लिए इसमें : रिस्क मार्जन देखना होता है : जैसे अगर आप क्रुड आयल में काम करना चाहते है तो 30000 रु होने चाहिए ! क्रूड 1 पॉइंट पर १०० रु देता है सबसे कम सिल्वर माइक्रा के लिए चाहिए होते है : 3000 रु ! सिल्वर माइक्रा १ पॉइंट पर १ रु देता है |
मान लीजिये की मैंने ३०००० की पूंजी लगाई और एक लोट क्रूड लिया |
अब अगर एक अंक बढ़ने या गिराने से १०० रूपये का फर्क पड़ेगा और क्रूड ३०० अंक गिर गया
उस परस्थिति में क्या होगा -
वैसे तो हम विपरीत परिस्तिथियों से बचने के लिए स्टॉप लो़स लगा कर चलते है जैसे आपने क्रुड का लोट ख़रीदा 5000 पॉइंट में तो मैं क्या करूँगा ?
दो टारगेट लगाऊंगा एक 5030 और दूसरा 4970 |
मतलब पहला अगर हिट होता है तो मुझे rs. 3000 का फायदा और यदि दूसरा होता है तो rs. 3000 का लोस |
दोस्तों, एक नया पृष्ठ शुरू कर रहा हूँ | इसमें मैं शेयर मार्केट और कमोडिटी मार्केट के बारे में जानकारी दूँगा ! आप भी Comment सहयोग करें ।
शेयर बाजार में निवेश के लिये क्या चाहिये ?
1. सबसे पहले बैंक अकाउंट चाहिये |2. फिर कुछ कम्पनियाँ है, जो ट्रेडिंग ( बिचोलीय जैसे - ) का काम करती है | वहाँ अकाउंट ( ट्रेडिंग अकाउंट) खुलवाना होता है | तो ये कम्पनिया ऑनलाइन अकाउंट दे देती है |
3. अगर आप शेयर मार्केट में जाना चाहते है तो डी-मेट अकाउंट चाहिए, जो आप किसी भी ट्रेडिंग कंपनी में खुलवा सकते है जैसे (strikercapital.co.in) लेकिन कमोडिटी मार्केट के लिए डी-मेट अकाउंट की कोई आवश्यकता नहीं होती , बैंक अकाउंट से ही काम चल जाता है |
4. आप निम्न साईट पर जाकर कोन्टक्ट कर सकते है | कहे ही ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना है (कमोडिटी का )
1. स्ट्रीकर कैपिटल
2. शरेखान (sharekhan.com)
3. फैरवेअल्थ (fairwealth.com)
या फिर आप गूगल पर जाकर सर्च कर सकते है -- trading account
कोन्टक्ट करने के बाद डॉक्यूमेंट पुरे करने के ३-४ दिन बाद आप काम कर सकते है |
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शेयर बाजार क्या है ?
शेयर का सीधा सा अर्थ होता है हिस्सा। शेयर बाजार की भाषा में बात करें तो शेयर का अर्थ है कंपनियों में हिस्सा। उदाहरण के लिए एक कंपनी ने कुल 10 लाख शेयर जारी किए हैं। आप कंपनी के प्रस्ताव के अनुसार जितने अंश खरीद लेते हैं आपका उस कंपनी में उतने का मालिकाना हक हो गया जिसे आप किसी अन्य खरीददार को जब भी चाहें बेच सकते हैं। आप 100 से लेकर अधिकतम शेयर खरीद सकते हैं।
कंपनी जब शेयर जारी करती है उस वक्त किसी व्यक्ति या समूह को कितने शेयर देना हैं यह उसका विवेकाधीन अधिकार है। बाजार से शेयर बाजार खरीदने/बेचने के लिए कई शेयर ब्रोकर्स होते हैं जो उनके तय पारिश्रमिक (लगभग 2 फीसदी) लेकर अपने ग्राहकों को यह सेवा देते हैं।
इन कंपनियों के शेयरों का मूल्य मुंबई शेयर बाजार (बीएसई) में दर्ज होता है। सभी कंपनियों का मूल्य उनकी लाभदायक क्षमता के अनुसार कम-ज्यादा होता है। इस पूरे बाजार में नियंत्रण भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) का होता है। इसकी अनुमति के बाद ही कोई कंपनी अपना प्रारंभिक निर्गम इश्यू (आईपीओ) जारी कर सकती है।
प्रत्येक छमाही या वार्षिक आधार पर कंपनियां लाभ होने पर अंशधारकों को लाभांश भी देती हैं। और कंपनी की गतिविधियों की जानकारी से भी रूबरू कराती है।
शेयर बाजार में लिस्टेड होने के लिए कंपनी को बाजार से लिखित समझौता करना पडता है, जिसके तहत कंपनी अपनी हर हरकत की जानकारी बाजार को समय-समय पर देती रहती है, खासकर ऐसी जानकारियां, जिससे निवेशकों के हित प्रभावित होते हों। इन्हीं जानकारियों के आधार पर कंपनी का मूल्यांकन होता है और इस मूल्यांकन के आधार पर मांग घटने-बढ़ने से उसके शेयरों की कीमतों में उतार-चढाव आता है। अगर कोई कंपनी लिस्टिंग समझौते के नियमों का पालन नहीं करती, तो उसे डीलिस्ट करने की कार्रवाई सेबी करता है।
शेयर बाजार में कैसे करें निवेश की शुरुआत
इक्विटी निवेश के लिए बैंक एकाउंट, डीमैट एकाउंट, ट्रेडिंग एकाउंट होना चाहिए। इक्विटी में आईपीओ, सेकेंडरी मार्केट या म्युचुअल फंड के जरिए निवेश किया जा सकता है।आईपीओ या लिस्टेड शेयर में निवेश करने से पहले निवेशकों को रिसर्च करके खुद की समझ से कंपनी के परफॉर्मेंस, मैनेजमैंट को देखकर निवेश करना चाहिए।
पूँजी के लिए इसमें : रिस्क मार्जन देखना होता है : जैसे अगर आप क्रुड आयल में काम करना चाहते है तो 30000 रु होने चाहिए ! क्रूड 1 पॉइंट पर १०० रु देता है सबसे कम सिल्वर माइक्रा के लिए चाहिए होते है : 3000 रु ! सिल्वर माइक्रा १ पॉइंट पर १ रु देता है |
मान लीजिये की मैंने ३०००० की पूंजी लगाई और एक लोट क्रूड लिया |
अब अगर एक अंक बढ़ने या गिराने से १०० रूपये का फर्क पड़ेगा और क्रूड ३०० अंक गिर गया
उस परस्थिति में क्या होगा -
वैसे तो हम विपरीत परिस्तिथियों से बचने के लिए स्टॉप लो़स लगा कर चलते है जैसे आपने क्रुड का लोट ख़रीदा 5000 पॉइंट में तो मैं क्या करूँगा ?
दो टारगेट लगाऊंगा एक 5030 और दूसरा 4970 |
मतलब पहला अगर हिट होता है तो मुझे rs. 3000 का फायदा और यदि दूसरा होता है तो rs. 3000 का लोस |
sunita
ReplyDeleteOpen your demat and trading a/c free i.e
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